
मुंबई। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि सेंट्रल विस्टा स्थित नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान उसमें एक गाय को भी ले जाया जाना चाहिए था। उन्होंने रविवार को संवाददाताओं से पूछा, “यदि गाय की मूर्ति संसद में प्रवेश कर सकती है, तो जीवित गाय को अंदर क्यों नहीं लाया जा सकता?” शंकराचार्य ने कहा कि नए संसद भवन में प्रवेश करते समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो ‘सेंगोल’ पकड़ा हुआ था, उस पर गाय की आकृति उकेरी गई थी। उन्होंने कहा, “आशीर्वाद देने के लिए एक असली गाय को भी भवन में लाया जाना चाहिए था। अगर इसमें देरी होती है, तो हम पूरे देश से गायों को लाएंगे और उन्हें संसद भवन में लाएंगे।”