मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) की घोषणा के अनुरूप जल्द ही उज्जैन-इंदौर-देवास और धार जिले के कुछ हिस्सों को लेकर एक बड़ा महानगर (Metropolitan City) बनाया जाएगा। फिलहाल इस योजना पर शुरुआती दौर में काम चल रहा है।
राज्य सरकार इन हिस्सों को मिलाकर एक महानगर बनाने की योजना पर काम कर रही है। अगर यह योजना अमल में लाई जाती है तो एक साथ चार जिलों का बहुआयामी विकास होगा इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की गई घोषणा के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ट्वीट करते हुए बताया कि राज्य सरकार केवल एक महानगर नहीं बल्कि और भी Metropolitan City विकसित करेगी।
मुख्यमंत्री के अनुसार उज्जैन-इंदौर ही नहीं प्रदेश के अन्य बड़े शहरों जैसे भोपाल जबलपुर और ग्वालियर को भी महानगर के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव की घोषणा के बाद अब मेट्रोपॉलिटन सिटी (MP metropolises) के संबंध में चर्चा शुरू हो गई है तो चलिए जानते हैं आखिर क्या है मेट्रोपोलिटन सिटी और इससे आम लोगों को क्या फायदा होगा।
मेट्रोपॉलिटन सिटी एक बड़ा शहर होता है जहां बड़ी आबादी रहती है यहां पर रोजगार के अवसर मिलते हैं।
मेट्रोपॉलिटन सिटी (MP metropolises) में उद्योग बुनियादी ढांचे और आवास की सुविधा होती है।
मेट्रोपॉलिटन सिटी में आमतौर पर नगर पालिका और नगर निगम का नियंत्रण होता है।
मेट्रोपॉलिटन सिटी सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होती है।
मेट्रोपॉलिटन सिटी अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन और वाणिज्य और संचार के कई माध्यमों से लैस होती है।