जिला न्यायालय में सघन और सतत आकस्मिक पुलिस चैकिंग अनावश्यक, आपराधिक तत्वों व वाहनों पर भी अंकुश की मांग

– वरिष्ठ अभिभाषक बापट ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश को लिखित आवेदन प्रस्तुत कर मांग कीदेवास। जिला न्यायालय परिसर में चारों ओर वाहनों का बेतरती जमावड़ा होता है, जिसके कारण अत्यंत असुविधा अभिभाषकों को और पक्षकारों को होती है। वाहनों को व्यवस्थित खड़े करवाने के लिए व्यवस्था तथा पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए उचित आदेश जारी करने की मांग वरिष्ठ अभिभाषक राजेंद्र बापट ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय मिश्र को लिखित आवेदन प्रस्तुत कर की। श्री बापट ने सम्पूर्ण न्यायालय परिसर में अनावश्यक वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के संबंध में मांग करते हुए बताया कि इन वाहनों के कारण दूसरे लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। कई लोग वहां कहीं पर भी बेतरतीब खड़े कर देते हैं। कारों के साइड ग्लास टुटने स्क्रैच आने की घटनाएं भी तकरीबन प्रतिदिन होती हैं। वाहनों की अव्यवस्था के कारण आए दिन झगड़े भी होते रहते है। मुख्य गेट से अंदर हर अवांछित आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति बिना किसी रोक-टोक के प्रवेश कर जाते है। बापट ने अपने आवेदन में ऐसे तत्वों की नियमित और आकस्मिक जांच पूर्व में पुलिस द्वारा की जाती रही है जो अब नहीं होती इस कारण ऐसे तत्व बेखौफ परिसर घूमते रहते हैं। जिससे पक्षकारों, गवाहो न्यायालय कर्मचारियों के साथ अभिभाषकों को भी असुविधा होती है। न्यायालय में सुरक्षा उपाय, केमरे इत्यादि की समुचित व्यवस्था के लिए निर्देशित करने की मांग की है। उनके साथ अन्य कई अभिभाषक एम एम मोदी , विजय राठौर, दिलीप इनाणी आदि भी साथ में थे।

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