
फरीद खान
24 अक्टूबर 2025 की शाम और देवास के सबसे पहले बड़े होटलों में से एक सृष्टि का दालान था…आजकल चलन में आ चुके बिना वाद्य मतलब बिना म्यूजिकल स्टूमेंट के गाने का तरीका कराओके पर हमेशा खाकी वर्दी में नजर आने वाले कुछ वह चेहरे जो सख्ती के लिए पहचान रखते हैं, लेकिन उनके हाथों में व्यवस्था संभालने का दस्तूर ना होकर महफिल में जान डालने के लिए माइक था, जितने भी टी आई मंच पर चढ़े फिल्मी गीतों को इस तरह गुनगुना रहे थे, मानो कोई सिद्धहस्त अपने हाथों में माइक थामे है… बहरहाल यह सिलसिला जब चल रहा था, उस दौरान जिले के प्रशासनिक मुखिया (कलेक्टर) ऋतुराज सिंह बतौर हमारे साथियों के बीच बैठ सबकुछ इंजॉय कर रहे थे। दीपावली मिलन समारोह के आयोजक जिला पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद मेजबान होने के नाते कार्यक्रम में पूरे दालान में हर बिंदु नजर जमाए हुए थे, आने वाले, पत्रकारों की टेबल, पुलिस विभाग के अधिकारियों की टेबल, खाने की तैयारियां…इन सब के बीच हमारे पत्रकार साथियों ने भी गीतों की माला में अपने शानदार गीत गुनगुनाते हुए जोड़े… कलेक्टर साहब से जब मैंने कहा आप गुनगुनाते भी अच्छा हैं, इस पर उन्होंने कहा, मैं सुनता बहुत अच्छा हूं,…मतलब सर शास्त्रीय संगीत और शुद्ध हिंदी प्रिय हैं…आज के दौर में जहां लोगों को मोबाइल पर सबकुछ पढ़ते देखा जाता है, ऐसे में जिलाधिकारी का किताबी ज्ञान होना बड़ी बात इसलिए नहीं, क्योंकि वह किताबों से मोहब्बत करने के बाद ही आज इस मुकाम पर हैं। बल्कि आज भी किताबों को अपने शरीक रखना, उनका किताबी प्रेमी होकर शब्दों के उनके ज्ञानकोश का मुतालबा भी यहां पत्रकार साथियों को देखने और सुनने को मिला, हमारे साथियों ने कहा अखबारों में बहुत सी नौकरियां कम हो चली हैं, इनमें प्रूफ रीडर भी एक है। कलेक्टर सर ने बातों ही बातों में इस बात पर जोर दिया कि अखबारों में प्रूफ रीडर होने की आवश्यकता है… पत्रकार साथियों ने अखबार के पाठकों के किस्से सुनाकर जिलाधीश महोदय को खूब हंसाया…जो कार्यालय में आकर बैठ जाया करते हैं, जिनके लिए समाचार पत्र के मुख्यालय से अपने देवास ऑफिस में फोन आते हैं…ऐसे बहुत से किस्सों के बीच कलेक्टर सर ने भी कुछ अपने संस्मरण सुनाए…यह शानदार कार्यक्रम अपने समय से शुरू हुआ और तय समय अनुसार रात 10 बजे खत्म होकर, जिलाधीश महोदय और एसपी साहब सहित सभी पत्रकार अन्य अधिकारी भी वहां से विदा हो चले…कुछ आगामी कार्यक्रमों की भी बात हुई….मिलते हैं ब्रेक के बाद


