
कुण्डलिनी जागरण में 1000 से अधिक नागरिकों ने किया आत्मानुभव मेडिकल सेमीनार में मुंबई से पधारे डॉ. डोंगरे सा. ने समस्याओं का किया समाधान, भजनों पर झूमकर आनंद लिया सहजयोगियों ने
देवास । सहजयोग परिवार देवास द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जिसमें प्रथम दिवस में दिनांक 23 नवम्बर को मंडी धर्मशाला में कुण्डलिनी जागरण एवं आत्मसाक्षात्कार कार्यक्रम में 1000 से अधिक नागरिकों ने आत्मानुभव प्राप्त किया। इस अवसर पर पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। प्रदर्शनी में मानव शरीर में उपस्थित चक्रों एवं नाड़ियों की विस्तृत जानकारी दी गई थी जिसे उपस्थित जनसमुदाय ने बड़ी रुचि के साथ जानकारी ग्रहण की। कार्यक्रम के पूर्व एक वाहन रैली भी आयोजित की गई जो शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई मण्डी धर्मशाला में पहुंची, जिसमें महिला, पुरुषों एवं युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आत्मसाक्षात्कार की क्रिया इन्दौर से आए सहजयोगी श्री अनिल तिवारी ने करवाई।कार्यक्रम का शुभारम्भ माताजी श्री निर्मलादेवी के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर सहजयोगी श्री जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि सहजयोग एक ध्यान पद्धति है जिसमें कुण्डलिनी शक्ति को जागृत कर आत्मज्ञान की अनुभूति प्राप्त कर सकते हैं। यह परमात्मा की शक्ति की अनुभूति प्राप्त करने का सरलतम मार्ग है, जिसके द्वारा हम हमारे अन्दर निहित रोग, विकार, तनाव एवं दुर्गुणों से छुटकारा पा सकते हैं। यह सभी आयु वर्ग के लोग, गृहस्थी में रहते हुए सहजयोग कर सकते हैं। देवास में अनेक स्थानों पर ध्यान केन्द्र संचालित होते हैं जिसमें प्रति सप्ताह सहजयोग की निःशुल्क जानकारी दी जाती हैं एवं ध्यान कराया जाता है।सहजयोगी श्री अनिल तिवारी ने बताया कि आज के समय में लोगों के मन में असंतोष के भाव हावी होते जा रहे हैं ऐसे में सहजयोग ही एक ऐसा माध्यम है जो जीवन की दिशा बदल सकता है। कुण्डलिनी जागरण और आत्मसाक्षात्कार की घटना परम पूज्य श्री माताजी निर्मलादेवी की असीम कृपा से सहज रूप सेबिना प्रयास के घटित होती है। इसलिए इसे सहजयोग कहते हैं। विद्यार्थियों को शरीर एवं मन से स्वस्थ रहने के लिए उनका इस शक्ति से जुड़ना अत्यन्त आवश्यक है, यदि विद्यार्थी इस शक्ति को नियमित ध्यान के माध्यम से बनाए रखते हैं तो वो शरीर एवं मन से स्वस्थ रहकर अपने जीवन में किसी भी सफलता को सहज तरीके से हासिल कर सकते हैं।द्वितीय दिवस रविवार को स्थानीय श्याम गार्डन में मेडिकल सेमीनार एवं भजनों के माध्यम से ध्यान कराया गया। मेडिकल सेमीनार में मुंबई से पधारे वरिष्ठ सहजयोगी डॉ. डोंगरे सा. ने ध्यान की गहराई को आसान तरीके से करना सिखाया एवं ध्यान के माध्यम शारीरिक व्याधियों से कैसे छुटकारा पाया जाए इसकी गहन जानकारी दी। तथा उपस्थित सहजयोगियों के प्रश्नोत्तर के माध्यम से समाधान भी बताया। इसके पश्चात् अन्तर्राष्ट्रीय भजन गायक डॉ. संदीप दलाल एवं डॉ. मिलिन्द दलाल ने म्यूजिक थैरेपी, भजन एवं वायलिन वादन के माध्यम से ध्यान कराया जिसे उपस्थित सहजयोगियों ने ध्यान सुना एवं भजनों पर झूमकर आनन्द लिया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के अनेक शहरों से आए सहजियों ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की एवं सराहा ।