
बड़नगर। मानवता की परिभाषा विश्व में प्रेम,शांति,वसंतुलन के साथ-साथ मनुष्य जन्म को सार्थक करने के लिए मनुष्य में मानवीय गुणों का होना अति आवश्यक है,लेकिन आज भागदौड़ की दुनिया में मानवता शब्द सुनने मात्र रह गया है!
आज इंसान खुद अपनी जिंदगी में इतना व्यस्त हो गया है कि उसे दूसरों की परेशानी बिल्कुल दिखाई नहीं देती है,लेकिन इसी बीच इंसानियत को जिंदा रखते हुए मानवता शब्द को हकीकत में जमीन स्तर पर बयां करते बड़नगर के रेल उपभोक्ता संघ के मेंबर बड़नगर रेलवे स्टेशन पर आने वाली प्रत्येक रेल में सफर कर रहे यात्रियों को शुद्ध ठंडा जल सेवा प्रदान कर इंसानियत को जिंदा रख रहे हैं!रेल उपभोक्ता संघ बड़नगर के सयोजक श्री प्रेम नारायण पोरवाल,संग्राम सिंह पवार,मोडी राम कुमावत,कलीम शेख,शुभओरा राजेश उबाल,साकिर भाई वकील साहब,दिलीप बालोदिय,राजेश राणा,डॉक्टर डीके विश्वास,राकेश सरनोत, राजकुमार जैन
भंवरलाल भायल,रईस अहमद,रियाज अहमद,सुरेश महेश्वरी,ललित सोनी,हेमंत देशमुख,मुस्तफा सैफी,राजकुमार माथुर,प्रकाश आदि समय समय पर जल सेवा कर मानव सेवा के लिए सुबह से लेकर शाम तक बड़नगर स्टेशन पर आने वाली प्रत्येक रेल के यात्रियों को पानी पिलाने के साथ-साथ उनकी पानी की बोतल भरकर देते हैं ताकि ट्रेन में सफर कर रहे हैं यात्री बच्चे,बुजुर्ग इस तपती गर्मी में ठंडे जल का आनंद ले सके !जानकारी के मुताबिक रेल उपभोक्ता संघ के मेंबरों द्वारा कहीं सालों से मानव सेवा का काम किया जा रहा हैं जिससे क्षेत्र में कई लोगों को प्रेरणा मिल रही है।